विद्यालय की सफलता के सूत्र नामक पुस्तक के लेखक श्री अजय कुमार पंडित है वह विज्ञान विषय से स्नातक और शिक्षा विषय से स्नातकोत्तर हैं। वे बिहार राज्य के पूर्णियां जिले के निवासी हैं। उनके माता-पिता कम पढ़े-लिखे हैं। गांव और गरीबी से उनका करीब का रिश्ता है।
वे विगत 25 वर्षों से शिक्षा क्षेत्र में शिक्षण कार्य करते आ रहे हैं। वे समाज के गरीब और होनहार बच्चे को शिक्षा के लिए अतिरिक्त समय देते हैं। उनके द्वारा पढ़ाए गए सैकड़ों बच्चे आज सरकारी नौकरी में अपनी सेवा दे रहे हैं। असहाय बुजुर्गों और विधवाओं के प्रति उनके मन में श्रद्धा और दया का भाव रहता है। इसलिए इन लोगों के बीच वे समय-समय पर अन्नदान और वस्त्रदान करते रहते हैं।
वे 'स्ट्रैंथेनिंग द रूट ऑफ़ इंडिया' मिशन पर काम कर रहे हैं। उनका मानना है कि राष्ट्र एक फलदाई वृक्ष के समान है, जिसकी जड़ बच्चे हैं। देश की दिशा और दशा बदलने वाले महापुरुष इस वृक्ष के फल के समान होते हैं। यदि जड़ मजबूत न हो तो वृक्ष में अच्छे फल नहीं उग सकते। इसीलिए वे राष्ट्र की जड़ यानि बच्चों को शिक्षा देकर मजबूत करना चाहते हैं।